शुक्रवार, 30 सितंबर 2011

" पर्यावरण बचाओ "

" पर्यावरण बचाओ "
एक आदमी एक दिन में इतनी ऑक्सीजन लेता है जितने में 3 ऑक्सीजन के सिलेंडर भरे जा सकते हैं| एक ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत होती है रु.700 इस तरह हम देखते हैं कि एक आदमी एक दिन में रु.2100 (700X3) की ऑक्सीजन लेता है और 1 साल में रु.766500 कि और अपने पूरे जीवन (अगर आदमी कि उम्र 65 साल हो) में लगभग रु. 5 करोड़ का ऑक्सीजन लेता है जो कि पेड़-पौधों द्वारा हमे मुफ्त में मिलता है और हम उन्ही पेड़ पौधों को समाप्त कर रहे हैं| SPREAD THIS MESSAGE AS MUCH AS YOU CAN. SAVE TREES! SAVE FUTURE!
अशोक बेनीवाल सालवा कलां  
 
शुभ रात्रि फ्रेंड्स  


  बेनीवाल की कलम से........
दोस्तों  गाय को घास खिलाने से कष्ट दूर होते हैं, पंछियों को दाना डालने से रोजगार अच्छा चलता है, कुत्तों को रोटी देने से दुश्मन दूर भागते है, ... चींटियों को आहार देने से कर्जमुक्त रहते हैं, मछलियों को आटा गोली चुगाने से समृधि आती है और - - - - - - - - - - -
कांग्रेस को वोट देने से सब किया कराया गुड गोबर हो जाता है!!!!!!!
-अशोक बेनीवाल सालवा कलां

वीर दुर्गादास राठौङ

॥जय जय राजस्थान॥
"जय सालवा कलाँ"

"धरती धोराँ री, मीठे गीतोँ री, रणवीरोँ री शूरवीरोँ री।
... अटे खून सस्तो है पण पाणी मँहगोँ है।
शीश कट्या धङ लङ्या आ शान है राजस्थान री, अमरसिँह, वीर दुर्गादास राठौङ सरीके वीरोँ री।
आ धरती है भक्ति मे तपीयोङी मीराँ री सगळी दुनिया बोल रही कि आ धरती है बलिदान री॥
"इलां न देणी आँपणे माँ हालरिये हुलराय, पूत सिखावे पालणे मरण बङाई माँय"

मेरी कलम से....

वीर, साहसी, बलिदानीँ, स्वामीभक्त का जन्म 13 अगस्त 1638 मे मारवाङ के 'सालवा' (वर्तमान मे सालवा कलाँ है) ग्राम मे हुआ था। इनके पिता का नाम आसकरण था जो जोधपुर के महाराजा जसवंतसिँह के मन्त्री थे
आसकरण जी के तीन पत्नियाँ थी इनके पिता ने मनमुटाव के कारण दुर्गादास और इनकी माँ का परित्याग कर दिया और उनको एक छोटे से गाँव 'लूनवा' मे भेज दिया।
दुर्गादास और उनकी माँ गाँव मे रहते हुए खेती बाङी कर जीवन का गुजारा करने लगे। आसकरण जी का अब उनका कोई सबँन्ध नही था।
इनकी माँ ने मारवाङ और राजवंश के प्रति भक्ति भावना कूट कूट कर भर दी।
वीर दुर्गादास राठौङ बचपन से ही साहसी और निडर थे
एक समय की बात है दुर्गादास अपने खेत रहे थे तभी एक 'राइका' पशु चराने वाले ने उनके खेत मे ऊँट चरा दिये। दुर्गादास ने उसको खेत मे पशु चराने के लिए मना किया लेकिन उस रेबारी ने राजा जसवंत सिँह तथा जोधपुर राज्य के लिए अपमानजनक शब्दो का प्रयोक किया तथा उनको गालियाँ दी।
इस घटना से क्रोध मे आकर दुर्गादास ने उस राइका को मार डाला।
समस्त देश बन्धुओँ को यह सन्देश दिया जाता आप भी अपने साहस और संयम का परिचय देवेँ।
आप भी निडर होकर ईँट का जवाब पत्थर से देना सीखो।
धन्यवाद

प्रस्तुतकर्ता :
अशोक बैनिवाल
नवयुवक मण्डल सालवा कलाँ जोधपुर
 
॥जाटाँ दी शान॥ प्रिय दोस्तो धरती माता का सच्चा पुत्र जाट होता है अरे वो इस धरती पर अन्न उगाता है न तो वो सर्दी देखता है न ही गर्मी, बस अपनी धुन मे लगा रहता है जब से बरसात का सिलसिला शुरु होता है वो इस सुर्य की तेज गर्मी मे अपने खेतोँ मे जाकर काम शुरु करता है सर्वप्रथम वो खेत मे जाकर अपनी भूमि को उपजाऊ बनाता है फिर बीज बोता है उसके बाद खरपतवार जिसे स्थानीय भाषा मे निनाण कहा जाता है उसके बाद फसल को काटा जाता है अर्थात जाट जी तोङ मेहनत करता है इसलिए मातृभूमि का सच्चा पुत्र जाट ही होता है जय जाट समाज 
प्रस्तुतकर्त्ता: 
अशोक चौधरी नवयुवक मण्डल सालवा कलाँ
 
 
 जय जाट समाज सालवा कलां
 ''जाट तो जाट'' होते हे,
वक्त पर तलवार की धार होते हे, दिल लगाने पर दिलदार होते हे..!
कोई शक हो तो किसी से भी पूछ लो, 'जाट तो यारो के भी यार' होते हे..!!
जय जाट की, गर्व से कहो:- हम 'जाट' हे, जाट एकता जिन्दाबाद........!!!

मंगलवार, 27 सितंबर 2011

भगत सिंह जयंती


भगत सिंह जयंती आज               दिनांक  27 - 9 - 2011 

मेरे प्यारे दोस्तों मैं अशोक बेनीवाल आपको भगत सिंह जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ  दोस्तों आज दुनिया में कितने ही ऐसे महान कहलाने वाले महात्मा और चाचा हुए जिनके पक्ष और "विपक्ष" में आज भी बहस होती है, जिनकी जयंती पर याद करते समय आँखे नम होती है ..
पर " भगत सिंह "ही एक ऐसा हुआ जिसके नाम पर देश का हर व्यक्ति अपना शीश झुकाना अपना सम्मान समझता है , और जिन्हें याद करते समय आँखों में अश्रु नही वरन दिल में जोश और देश भक्ति का जज्बा होता है
ऐसे माँ भारती के सच्चे सपूत, भारत के हर युवा और मेरे जीवन के आदर्श भगत की जयंती पर दिल की गहराई से सम्मान .....कोटि कोटि नमन....वन्दे मातरम ......
"रंग दे बसंती चोला " और 'भगत सिंह " ये सुनकर ही युवाओ के मन में जोश और रक्तचाप की दर दुगुनी हो जाती है .....
ऐसे बलिदानी वीर देशभक्तों को शत शत नमन............          अशोक बेनीवाल सालवा कलां
जय हिंद !             जय हिंद !               जय हिंद  !               जय हिंद !                       जय हिंद !     
 
 
 मेरी कलम से......
दिन आज का बड़ा सुहाना मौसम भी बड़ा सुनेहरा
हम सर पे बांध के आये बलिदानों का यह सेहरा
बेताब हमारे दिल में एक मस्ती सी चाई है
आये देश अलविदा तुझको कहने की गाड़ी आई है
महके गए तेरी फिजा में हम बनके हवा का झोका
... किस्मत वालो को मिलता ऐसे मरने का मौका
निकली है बारात सजा है इन गुलाब का डोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे बसंती चोला......                                       
प्रस्तुतकर्त्ता :  अशोक बेनीवाल नवयुवक मंडल सालवा कलां
"Jat's Boy Ashok"
"जननी जणै तो ऐङा जणजै कै दातार, कै सूर! "
"नही तर रहीजे बाँजणी मती गमाजे नूर॥

... "जरणी जणे तो चार जणजे,
मती जणजे चालीस"
"वे चारोँ रण मे झूझता, तो वे चारोँ है चालीस॥

प्रस्तुतकर्त्ता :- अशोक चौधरी
अध्यक्ष
नवयुवक मण्डल, युवा वर्ग सालवा कलाँ, जोधपुर
 
 
"विश्व ह्रदय दिवश आज"
मेरे प्यारे दोस्तो मै अशोक बेनीवाल  आपको विश्व ह्रदय दिवश की हार्दीक शुभकामनाएँ देता हूँ ।  ह्रदय एक ऐसा अंग है जो कभी विश्राम नही लेता है जिस दिन हमारे ह्रदय ने विश्राम कर लिया उस दिन मनुष्य या कोई भी सजीव प्राणी इस दुनिया से सदा के लिए चला जाता है। हमारा ह्रदय निरन्तर चलता रहता है  हमारा ह्रदय 1  मिनट में 72  बार धड़कता हैं  
 

!! नवयुवक मण्डल सालवा कलाँ !!

सालवा कलाँ मे नवयुवक मण्डल का गठन हुए अभी तक ज्यादा समय नही हुआ है बल्कि 1 महीना ही हुआ है फिर भी इस मण्डल ने अपने कदम काफी गति से बढाये है।
मेरे अनुसार सालवा कलाँ के युवाओँ ने अपना एक समुह "नवयुवक मण्डल" बनाया है जिसका प्रमुख कार्यक्रम ग्रामीण विकास को बढावा देना है इस मण्डल मे गाँव के प्रमुख बुजुर्ग पंचो को शामिल नही किया गया है। हाल ही मेँ
युवाओ ने गाँव मे वीर तेजाजी महाराज के मन्दिर की नीँव दी है इस कार्य मेँ ग्रामीण पँचो को शामिल नही किया गया है क्योँकि वे युवाओँ को इस कार्य के लिए प्रोत्साहन नही दे रहे है वे अपनी पुरानी रीतियोँ को महत्व दे रहे है।
... युवाओँ ने इस कार्यक्रम बढाने की पूरी ठान ली है

दोस्तो मै A.BENIWAL आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप ज्यादा से ज्यादा इस नवयुवक मण्डल को बढावा देँ,प्रोत्साहित करेँ और इसके सदस्य बने।

धन्यवाद ।
प्रस्तुतकर्त्ता :- अशोक बैनिवाल, नवयुवक मण्डल सालवा कलाँ, जोधपुर।









रविवार, 25 सितंबर 2011

MESSAGE 4 MY ALL FRIENDS

सन्देश  यदि कोई ATM CARD समेत आपका अपहरण कर ले तो विरोध मत कीजिए । अपहर्ता की इच्छानुसार ATM CARD मशीन मेँ कार्ड डालिए । आपका कोड वर्ड रिवर्स मेँ ... डायल कीजिए । जैसे यदि ... ... आपका कोड 1234 की जगह 4321 डायल कीजिए । ऐसा करने पर ATM खतरे को भाँपकर ... पैसा तो निकालेगा लेकिन आधा ATM मशीन मेँ फँसा रह जायेगा । इसी बीच मेँ ATM मशीन खतरे को भाँपकर बैँक और नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित कर देगा और साथ ही ATM का डोर ऑटो लॉक हो जाएगा । इस तरह आप सुरक्षित बच जाएँगे । । कृपया इसे कॉपी पेस्ट करके लोगोँ तक पहुँचायेँ 
धन्यवाद् 
अशोक बेनीवाल , सालवा कलां
 
  जय जाट समाज
शरद ऋतू रे आगमन पर सुहानी ठण्ड आळी मरुभूमि री सुबह माथे सगळा जाट समाज न घणा घणा राम राम सा..***

सदियों से अगर कृषि प्रधान देश में किसी ने अपने पसीने से इस मायड़ भूमि की छाती को तपती धुप से जरा भी ठंडा किया है तो इस पवन भूमि का सच्चा पुत्र जाट है. किसी जाट बच्चे को अपने बड़े से यह पूछने की आवश्कता नहीं पड़ती की इस भूमि माँ का प्यार कैसे पाना है...यह हर जाट के खून में बसा होता है..
गर्व से कहो की हम " जाट " कुल के वंसज है
जय जाट की , राम राम सा.
''जाट तो जाट'' होते हे, वक्त पर तलवार की धार होते हे, दिल लगाने पर दिलदार होते हे..! कोई शक हो तो किसी से भी पूछ लो, 'जाट तो यारो के भी यार' होते हे..!! . जय जाट की, गर्व से कहो:- हम 'जाट' हे, जाट एकता जिन्दाबाद........!!!
                    -अशोक बेनीवाल  S/O  श्री तारा चन्द चौधरी   
 
 
                                                   जय देव नागरी
 
 भारत का रहने वाला हूँ , भारत की बात सुनाता हूँ आती है मुझे उनकी भी भाषा, माँ की सीखाई ही बोलता हूँ भारत का रहने वाला हूँ, भारत की भाषा गाता हूँ
भारत में आज हिंदी दिवस मनाया जा रहा है
... हिंदी माँ ने कभी नहीं सोचा होगा की मेरी संतान भी इस तरह किसी एक दिन के लिए मुझे संकुचित कर देगी, हमारे पूर्वजो ने सायद कभी नहीं सोचा होगा की ऋषि मुनियों की इस पावन भूमि आर्यावृत पर कभी हिंदी दिवस मनाया जायेगा,

यह तो वही हुआ की एक दिन साँस लेने का दिवस भी मनाया जायेगा ......
विश्व मेँ चीनी भाषा के बाद सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी ही है जिसे विश्व मेँ करीब 80 करोङ लोग बोलते या प्रयोग मेँ लेते है ......अगर आप हिन्दी का प्रयोग कर रहे है तो कृपया लज्जा महसूस ना करेँ यह अपनी भाषा अपना स्वाभिमान है ..


जय भारत ,जय हिंदी , जय देव नागरी
     - अशोक बेनीवाल , सालवा कलां
 
 
                                   सीखने योग्य बातें
10 रुपए का नोट बहुत ज्यादा लगता है जब " गरीब को देना हो " मगर होटल में बैठे हो तो 1000 भी बहुत कम लगता है !
**३ मिनट इश्वर को याद करना बहुत मुश्किल है, पर ३ घंटे की फिल्म देखना बहुत आसान !

***पूरे दिन मेहनत क बाद gym जाना नही थकता, पर जब अपने ही "माँ- बाप" के पैर दबाने हो तो तंग हो जाते है !

**इस मेसेज को फॉरवर्ड करना बहुत मुश्किल होता है, जब की फ़िज़ूल जोक्स को फॉरवर्ड करना हमारा फ़र्ज़ बन जाता है..
   -अशोक बेनीवाल सालवा कलां 
. मंजिल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते.........!! very true and highly impressive lines                  - Ashok Beniwal
 


                                                     जाट एकता 

बिलकुल भाईजान ,जाट होने का गोरव यु नहीं गाते हम..ये ओहदा तो इसलिए गाते है की ज्ये मेरे किसी जाट भाई से गलती हुई और किसी और समाज को उससे बुरा लग गया हो तो ये A Choudhary अपने सर की पगड़ी उनके चरणों में रखते की ताकत रखता है.......
हम तो सब को अपने बराबर लेकर आगे बदने में विस्वास करते है ..पर कोई अगर महाराजा बनकर अब भी (हमारे क्या ) किसी के भी सर पर बैठने की कोसिस करेगा तो फिर बक्शा थोड़ी न जायेगा .....

और जब तक समाज में समानता और एक दुसरे की बड़ाई का भाव है तभी तो आगे बढ सकेंगे न...
 ..................Ashok Beniwal Salwa Kallan
 

 

सोमवार, 19 सितंबर 2011

my school life

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सालवा कलां , जोधपुर
मेरे स्कूल के फोटो
उप सरपंच सालवा कलां 

श्रीमान हरसुख राम जी थोरी 
15 अगस्त 2010  को 
अशोक बेनीवाल को मोमेंटो और प्रशंसा पत्र  देते हुऐ


धन्यवाद ! 





पूर्व प्रधान पंचायत समिति मंडोर  

 श्रीमान मांगीलाल जी गेणन   
      अशोक बेनीवाल को 

15  अगस्त  2010  को प्राइज देते हुए 




 
  विदाई   समारोह  2011 -12  के  फोटो 
प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक  विद्यालय  सालवा कलां  , जोधपुर 
श्रीमान बी. आर. बंशीवाल

MY PHOTOES

अशोक बेनीवाल सालवा कलां , जोधपुर 









 बेनीवाल

वर्तमान में जयनारायण  व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में  अध्ययनरत हैं 







 साहस रखना जरूरी हैं दोस्तों !