द्रढ़ विश्वास आस्था से उपजता हैं
सालवा कलां के अशोक बेनीवाल बताते हैं कि आस्था के बिना किया गया काम एक भ्रम या सपने की तरह हैं आस्था चमत्कार का इंतजार नहीं करती , बल्कि उसे साकार बनती हैं !
अगर आप सोचते हैं कि आप कर सकते हैं या आप यह सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते , तो आप दोनों ही तरह ठीक हैं !
-अशोक बेनीवाल
if you think you can or if you think you can't you are right.
-Ashok Bebniwal
हम सब की जिन्दगी में दुःख के पल होते हैं , हम सभी गिरते हैं और चोट लगती हैं ! हम सभी की जिन्दगी में ऐसे क्षण आते हैं जब हमारा आत्मविश्वास डगमगाने लगता हैं और हमे अपने पर रहम आता हैं ! लेकिन फिर भी यह जरूरी हैं कि आप अपनी भावनाओं पर काबू पायें और अपनी आस्था को बनाये रखे !
दुनिया में तीन तरह के लोग होते हैं :
* वे लोग जो कुछ करते हैं (People who make things happen)
* वे लोग जो कुछ होते हुए देखते हैं (People who watch things happen )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें