मंगलवार, 21 जून 2011

ज्ञान एक शक्ति हैं

ज्ञान एक शक्ति हैं 
        knowledge is power

हम रोजाना सुनते हैं कि ज्ञान एक शक्ति हैं , जबकि  असलियत में यह सही नहीं हैं ज्ञान तो एक महज जानकारी का नाम हैं | ज्ञान में शक्ति बनने की क्षमता हैं  और यह तभी शक्ति बनता हैं जब इसका इस्तेमाल किया जाता हैं 
उन दो लोगों में क्या फर्क हैं , जिनमे एक तो पढ़ना जानता ही नहीं और दूसरा पढ़ना तो जानता हैं लेकिन पढता नहीं ? फर्क कुछ जयादा नहीं हैं 

सीखना तो खाना खाने की तरह हैं इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना खाते हैं , फर्क तो इस बात का पड़ता है कि आप उसमे से कितना पचा सकते हैं 
जानकारी छिपी हुई शक्ति हैं तो बुध्दिमता सच्ची शक्ति हैं 
शिक्षा के कई रूप होते हैं यह सिर्फ ग्रेड या डिग्री की बात नहीं हैं , बल्कि यह हैं-
*शक्ति को बढ़ाना 
*आत्म अनुशासन सीखना 
*सिखाने कि इच्छा होना 

हमारा दिमाग हमारी मसल्स कि तरह उतना ही ज्यादा या कम सिकुड़ता या फैलता हैं, जितना हम उससे व्यायाम करवाते हैं
"अगर आप सोचते हैं कि ज्ञान पाना महंगा हैं , तो अज्ञानी बनके देखो "
                                                                                      -अशोक बेनीवाल  

If you think education is expensive,try ignorance -  Ashok  Beniwal




 शिक्षा एक भंडार हैं 
       Education is a Reservoir 

 
अच्छी सोच वाले लोग उन एथलीट्स की तरह होते हैं, जो लगातार प्रैक्टिस से अपने अन्दर ताकत का एक भंडार सा बना लेते हैं , जो कम्पीटीशन के समय उनके कम आती हैं |
बिना प्रैक्टिस के जब भंडार ही नही रहेगा तो वे भरोसा किस पर करेंगे |

         इसी तरह अच्छी सोच वाले लोग हर दिन दिमाग को लगातार सही और ताकतवर बातो 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें