राष्ट्रीय कैडेट कोर
मैं अशोक बेनीवाल एक छोटी सी कविता प्रस्तुत करने जा रहा हूँ गलती हो तो माफ़ करना .........
जरूरी हैं..........................
जरूरी है ..........
हैडक्वार्टर डी जी एन.सी.सी. में डायरेक्टर जनरल का !
एन. सी. सी. निदेशालयों में डिप्टी डायरेक्टर जनरल का !
जरूरी है............
एन. सी. सी. ग्रुप मुख्यालयों में ग्रुप कमांडर का !
एन. सी.सी. यूनिटों में कमान अधिकारी का !
जरूरी है ..................
एन.सी.सी. संगठन में अधिकारीयों का, ए एन ओ, पी आइ स्टाफ, सिविल स्टाफ तथा कैडेट्स का !
कैडेट्स में एकता और अनुशासन का !
जरूरी हैं ................
जरूरी हैं .......................
जरूरी हैं....................
देश में फौज का,
फौज में जवान का,
खेत में किसान का ,
खलिहान में अनाज का !
जरूरी हैं .................
समाज में एकता का ,
मंदिर में देवता का ,
नदी में पानी का ,
ननिहाल में नानी का !
जरूरी हैं .......................
युद्ध में हथियारों का ,
गार्डन में फव्वारों का ,
झरनों में ज़लधारों का ,
नदियों में मंजधारों का!
जरूरी हैं....................
रेल मंत्रालय में लालू का ,
सब्जियों में आलू का ,
कार्यालय में बाबू का ,
गुस्से पे काबू का !
अशोक बेनीवाल
( १ राज.इंजी. बटा.एन.सी.सी. जोधपुर )
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